है जुनून: ड्रीम, डेयर, डोमिनेट एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो डांस और म्यूजिक को कहानी का अभिन्न हिस्सा बनाता है। रेमो डिसूजा की ABCD से लेकर प्राइम वीडियोज के 'बंदिश बैंडिट्स' तक, दर्शकों की हमेशा से कुछ नया देखने की चाह रही है। अब जियो हॉटस्टार पर प्रस्तुत है 'है जुनून', जिसमें गाने और डांस का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। इस 20 एपिसोड की सीरीज की समीक्षा के लिए आगे पढ़ें।
कहानी का सार
कहानी की शुरुआत मुंबई के सेंट एंडरसन कॉलेज से होती है, जहां गगन आहुजा (नील नितिन मुकेश) कॉलेज के पूर्व छात्र हैं। लॉस एंजेलेस में कई साल बिताने के बाद, गगन मुंबई लौटते हैं और कॉलेज के 50वें फाउंडर्स डे में भाग लेते हैं। एक अप्रत्याशित मोड़ के कारण, गगन अपना म्यूजिक करियर रोककर कॉलेज के सुपरसॉनिक्स नामक ग्रुप को मेंटर करने का निर्णय लेते हैं। दूसरी ओर, कॉलेज का छात्र सेबी (सुमेध मुदगलकर) मिसफिट्स नाम की डांस टीम बनाता है, जो सुपरसॉनिक्स को चुनौती देने के लिए तैयार है। दोनों टीमों के बीच क्रिसमस प्राइड पर होने वाले मुकाबले में कौन जीतेगा, यह जानने के लिए आपको जियो हॉटस्टार पर जाना होगा।
निर्देशन, संगीत और कोरियोग्राफी
निर्देशक अभिषेक शर्मा ने इस सीरीज को एक मनोरंजक अनुभव बनाने की पूरी कोशिश की है। उन्होंने टैलेंट कॉम्पिटिशन की ऊर्जा को एक गहरे सामाजिक संदेश के साथ जोड़ने का प्रयास किया है। हालांकि, कई किरदारों और उनकी कहानियों के चलते, कहानी कई बार उलझती नजर आई है। कई जगहों पर यह कन्फ्यूजन पैदा करती है। अभिषेक ने मनोरंजन के साथ-साथ एक संदेश देने की कोशिश की है, लेकिन कार्यान्वयन में कमी रह गई है। संगीत की जिम्मेदारी शंकर महादेवन ने संभाली है, जो सीरीज की जान है। वहीं, कोरियोग्राफी का काम रुएल दौसान वरिंदनी ने किया है, जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
कलाकारों का प्रदर्शन
सुमेध मुदगलकर, सिद्धार्थ निगम और नील नितिन मुकेश की एक्टिंग इस म्यूजिकल ड्रामा की सबसे बड़ी ताकत है। सुमेध ने सेबी के किरदार में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जबकि नील नितिन मुकेश ने सीरीज के केंद्रीय किरदार को मजबूती से निभाया है। सिद्धार्थ की ऊर्जा ने सीरीज के इमोशनल स्तर को बनाए रखा है। हालांकि, जैकलीन फर्नांडीस की उपस्थिति कभी-कभी कन्फ्यूजिंग लगती है। कुल मिलाकर, भले ही कहानी में कुछ कमजोरियां हैं, लेकिन ये तीनों कलाकार, संगीत और कोरियोग्राफी दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने में सफल होते हैं।
अंतिम निष्कर्ष
है जुनून एक दिलचस्प विचार है, लेकिन यह अपने अपेक्षाओं के बोझ तले दबता नजर आता है। सीरीज ने समाज से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को छूने की कोशिश की है, लेकिन कार्यान्वयन में कमी रह गई है। यह एक ऐसा शो है जिसमें इरादा तो अच्छा है, लेकिन उसे पूरी तरह से दर्शाने में असफल रहा है।
है जुनून को मिलते हैं 2.5 स्टार।
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